आज दिनांक 14/12/2023 को रैनेसा स्कूल में अंतर्विद्यालय हिंदी वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। ‘भारत में जनसंख्या नियंत्रण कानून की अनिवार्यता’ आज के वाद-विवाद प्रतियोगिता का महत्वपूर्ण विषय था।
आज के कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के मुख्य प्रशासक श्री अभिराग शर्मा,वरिष्ठ प्रशासक श्री विश्वास शर्मा एवं श्री शिवम मोहन शर्मा, प्रशासक श्री वरुण कौशिक, प्रधानाचार्य श्री अशोक माथुर, उप प्रधानाचार्य श्री कुलदीप सिंघल तथा निर्णायक मंडल के तीनों सदस्य डॉ.अर्चना सिंह, डॉ. रवि यादव, अनुस्मृति शर्मा ने ज्ञान की देवी मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर पुष्पांजलि अर्पित की।
प्रशासक मंडल व प्रधानाचार्य ने इको फ्रेंडली पॉट देकर सभी निर्णायक मंडल का स्वागत किया। निर्णायक मंडल की भूमिका में डी.ए.वी.पी.जी.कॉलेज बुलंदशहर में हिंदी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर अर्चना सिंह, राजकीय महाविद्यालय जहांगीराबाद बुलंदशहर के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ रवि यादव एवं ललता प्रसाद सरस्वती बालिका विद्या मंदिर बुलंदशहर में हिंदी विभाग की प्रवक्ता श्रीमती अनुस्मृति शर्मा ने निभाई।
विद्यालय में आयोजित प्रतियोगिता में बुलंदशहर क्षेत्र के लगभग 11 विद्यालयों के 33 बच्चों ने प्रतिभाग किया। जिसमें सभी प्रतिभागियों ने जनसंख्या नियंत्रण की अनिवार्यता के पक्ष और विपक्ष में अपने विचार प्रस्तुत किया और अंत:क्षेपक द्वारा उनसे महत्वपूर्ण प्रश्न किए गए। जिसमें सर्वश्रेष्ठ वक्ता पक्ष रैनेसा स्कूल की छात्रा तान्या शर्मा को मिला, सर्वश्रेष्ठ विपक्ष का पुरस्कार रैनेसा स्कूल की छात्रा मानवी गुप्ता को मिला जबकि अंत:क्षेपक के लिए चार विद्यार्थियों ने समान अंक प्राप्त कर अपना कब्जा जमाया जिसमें विजडम स्कूल की छात्रा भूमिका चौधरी, संतोष इंटरनेशनल की छात्रा कुमकुम चौधरी,जेपी विद्या मंदिर सायना के छात्र शांतनु आर्य और रैनेसा स्कूल बुलंदशहर के छात्र शिशिर बेरवाल ने प्राप्त किया। सर्वश्रेष्ठ विद्यालय का प्रथम पुरस्कार रैनेसा स्कूल बुलंदशहर को मिला, द्वितीय पुरस्कार संतोष इंटरनेशनल बुलंदशहर को दिया गया, तृतीय पुरस्कार पर आर.एस.एम. ओलंपियन स्कूल ने अपना कब्जा जमाया जबकि चतुर्थ पुरस्कार वी.के.सीनियर सेकेंडरी स्कूल शिकारपुर प्राप्त करने में सफल रहा। मुख्य प्रशासक श्री अभिराग शर्मा ने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए प्रतियोगिता के महत्व को बताते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन से बच्चों को अपनी अभिव्यक्ति प्रस्तुत करने और बौद्धिक क्षमता का विकास करने का अच्छा अवसर प्राप्त करता है। वरिष्ठ प्रशासक श्री विश्वास शर्मा ने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं होने से बच्चे राष्ट्र की समस्याओं से अवगत होते हैं। प्रशासक श्री शिवम मोहन शर्मा ने कहा कि हिंदी वाद- विवाद प्रतियोगिता से हिंदी के प्रचार प्रसार एवं उसके महत्व को समझने के लिए आवश्यक है। प्रशासक श्री वरुण कौशिक ने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं छात्रों को अपनी बात रखने का एक अच्छा अवसर प्रदान करती है। विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री अशोक माथुर ने सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जनसंख्या वृद्धि किसी भी राष्ट्र के लिए एक अभिशाप है जिसके कारण विकास में अनेक प्रकार की समस्याएं उत्पन्न होती। उप प्रधानाचार्य श्री कुलदीप सिंघल ने कहा की किसी भी राष्ट्र व समाज का विकास तभी संभव है जब जनसंख्या नियंत्रित हो।
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